कुछ आशाओं की धूल मिली उस कमरे को जो खटकाया चरमराती सी खिड़कियों के शीशे पर खुद को प कुछ आशाओं की धूल मिली उस कमरे को जो खटकाया चरमराती सी खिड़कियों के शीशे...
अब तुम्हारे पास हमारे लिए वक्त कहां सेकंड भी तुम्हारे कीमती से मालूम पड़ते हैं। ज अब तुम्हारे पास हमारे लिए वक्त कहां सेकंड भी तुम्हारे कीमती से मालूम पड़ते है...
हमारी नज़रों में अब टिमटिमाती हुई उमंगें भी नहीं बस ढलते हुए कुछ वक़्त के सिरे हैं। हमारी नज़रों में अब टिमटिमाती हुई उमंगें भी नहीं बस ढलते हुए कुछ वक़्त के सिरे ...
क्यों फिर रखते दरकार बाती दिया बिन बेकार क्यों फिर रखते दरकार बाती दिया बिन बेकार
मैं तो भीगी पिया जी के रंग, खुशियाँ छाई अंग अंग में मन श्याम तन वृन्दावन, भीगा संसार ह मैं तो भीगी पिया जी के रंग, खुशियाँ छाई अंग अंग में मन श्याम तन वृन्दावन, भीग...
आया 26 जनवरी प्यारा गणतंत्र ये देश हमारा जन जन के मन को भाए हर वर्ष खुशी से मनाएं आया 26 जनवरी प्यारा गणतंत्र ये देश हमारा जन जन के मन को भाए हर वर्ष ख...